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- अनगिनत क्रांतिकारियों ने लहू देकर दिलाई है स्वतन्त्रता
वीर सैनिकों ने लहू देकर बचाई है स्वतन्त्रता……
चार दिनों में मिली नहीं है यह, सदियों की कमाई है स्वतन्त्रता…….
कुर्बानियों पर कुर्बानियाँ दी, तब जाकर हमने पाई है स्वतन्त्रता………
- जिन्हें है प्यार वतन से, वो देश के लिए अपना लहू बहाते हैं
माँ की चरणों में अपना शीश चढ़ाकर, देश की आजादी बचाते हैं
देश के लिए हँसते-हँसते अपनी जान लुटाते हैं…………………………
- देश को आजादी के नए अफसानों की जरूरत है
भगत-आजाद जैसे आजादी के दीवानों की जरूरत है……..
भारत को फिर देशभक्त परवानों की जरूरत है………………….
- अकबर तो था आक्रमणकारी, उसे महान मत बतलाओ
वीर प्रताप के गुण गाओ………
महाराणा के स्वाभिमान को मत भूल जाओ
अकबर को महान बताना मक्कारी है, गद्दारी है………..
अपना प्रताप लाखों अकबरों पर अकेले भारी है……………….
- जिसने शाहजहाँ और औरंगजेब को उनकी नानी याद दिलाई थी
वो मराठा वीर शिवाजी थे, जिसने मुगलों की चूलें हिलाई थीउस भगवा ध्वज वाहक में गजब की रवानी थी…………………………………..जिसने हर हिन्दुस्तानी के दिल में फिर, देशभक्ति की आग जलाई थी………………….
- जिंदगी जब तुझको समझा, मौत फिर क्या चीज है
ऐ वतन तू हीं बता, तुझसे बड़ी क्या चीज है
- नज़ारे नज़र से ये कहने लगे,नयन से बड़ी चीज कोई नहीं
तभी मेरे दिल ने ये आवाज दी, वतन से बड़ी चीज कोई नहीं
- हम हैं हिन्दुस्तानी
हम हैं हिन्दुस्तानी
हमने न कभी हार मानी
क्योंकि हम हैं हिन्दुस्तानी
आँधी आए या आए तूफान
खड़े रहे हैं सीना तान
सिर न झुकायेंगे, चाहे मिट जायेंगे
बनकर न रहे सिर्फ कहानी
समझ जाओ ये कहानी मेरी जुबानी
क्योंकि मैं हूँ हिन्दुस्तानी